रुद्रपुर। ओमेक्स रिविएरा रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के निवर्तमान व कार्यकारिणी का विवाद गहराता जा रहा है। नवनियुक्त कार्यकारिणी ने अब अब चार्ज लेने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। उनका कहना है कि पुराने अध्यक्ष की हठधर्मिता के चलते कालोनी में विकास से संबंधित सभी कार्य अवरुद्ध पड़े हैं। यही नहीं नयी कार्यकरणीं का आरोप है कि अपने दो साल के कार्यक्रम में की गयी अनियमितताओं को छुपाने के लिए पूर्व अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
सोसाइटी के अध्यक्ष विजय भूषण गर्ग, सचिव अभिषेक अग्रवाल व कोषाध्यक्ष जतिन छाबड़ा ने बताया कि कि पूर्व कार्यकारिणी का कार्यकाल 14 जनवरी 2020 को पूरा होने के लगभग दस माह पश्चात 20 सितम्बर को संपन्न चुनाव में नयी कार्यकारिणी गठित कर ली गयी थी। बावजूद इसके निवर्तमान अध्यक्ष लेखराज जेटली अपने पद पर बने हुए हैं। नवनियुक्त अध्यक्ष विजय भूषण गर्ग ने कहा कि अध्यक्ष पद पर रहते हुए जेटली ने करोड़ों रुपये की आर्थिक अनियमितताओं को अंजाम दिया था। इन्हें छुपाने के लिए ही अब वह अध्यक्ष पद नहीं छोड़ रहे हैं। उनकी हठधर्मिता के चलते कालोनी में मेंटेनेंस का कार्य रुका हुआ है। पहले जो मेंटेनेंस एजेंसी थी उसे जेटली ने षड़यंत्र के तहत हटा दिया। अपनी आर्थिक अनियमितताओं को छुपाने के लिए पूर्व अध्यक्ष ने नयी कार्यकारिणी पर कुछ राजनीतिक लोगों के साथ मिलकर अवैध कब्जे का आरोप लगाया व कालोनीवासियों को भटकाने की कोशिश की। सचिव अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि डीएम रंजना राजगुरु से इस मामले में कार्रवाई का आग्रह किया गया है। यदि जल्द ही प्रशासन हस्तक्षेप नहीं करता तो कोर्ट के माध्यम से नयी कार्यकारिणी चार्ज लेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व अध्यक्ष लेखराज जेटली के कार्यकाल की जांच किये जाने के लिए भी याचिका दी जाएगी।