भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। कोरोना सहायता समूह के जरिये ईएसआईसी अस्पताल संचालित कर कोविड मरीजों को निशुल्क इलाज देकर क्षेत्रवासियों को राहत देने वाले पूर्ण संकल्प फाउंडेशन के सदस्यों ने आम जनता से आने वाले दिनों में सचेत रहने का आग्रह किया है। समूह सदस्यों का कहना है कि भले ही बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण का ग्राफ गिर रहा है लेकिन इस समय अगर लापरवाही नहीं छोड़ी तो तीसरी लहर में हालात भयावह हो सकते हैं। जैसा कि विशेषज्ञों ने भी तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी की है कि ऐसे में भलाई इसी में है कि लोग समय रहते लापरवाहियां छोड़ें और कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अपने स्तर से सारे एहतियात बरतें।
समूह सदस्य चंदर अरोरा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में देखने में आ रहा है कि तमाम लोग घरों पर ही कोरोना का इलाज घर पर ही कर रहे हैं। झोला छाप डाक्टरों या फिर मेडिकल स्टोरों से खुद दवाइयां लेकर घरों में इलाज किया जा रहा है। इसका कारण यह भी है कि लोग निजी अस्पतालों में अधिक बिल के डर से उपचार कराने नहीं जा रहे है और सरकारी अस्पतालों में भीड़ ज्यादा होने की आशंका से भी लोग वहां जाने से बच रहे हैं। जहां तक शहर की बात है तो मेडिकल कालेज के अलावा ईएसआईसी अस्पताल में कोरोना सहायता समूह व सरकार के सामूहिक प्रयास से चलाये जा रहे कोविड अस्पताल में प्राइवेट अस्पतालों जैसी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जा रही है।
अन्य सदस्य जेबी सिंह ने कहा कि ईएसआईसी अस्पताल में संक्रमित मरीज को घर से लाने और घर तक छोड़ने का भी पूरा इंतजाम कोरोना सहायता समूह ने अपने कंधों पर ले रखा है। इस अस्पताल में 24 घंटे मरीजों का बेहतर उपचार पूरी तरह निशुल्क किया जा रहा है। विजय भूषण गर्ग ने कहा कि उपचार की निशुल्क व्यवस्था के बावजूद लोग घरों में कोरोना का इलाज करके बड़ा जोखिम उठा रहे हैं। इससे न सिर्फ मरीज की जान को खतरा है बल्कि उनके पूरे परिवार और आस पास के लोगों में भी संक्रमण फैलने की संभावना है। लोगों की इस गलती के कारण पूरा परिवार संक्रमित हो रहा है। समूह के अन्य सदस्य राजकुमार गावा ने आह्वान किया कि अपने परिवार और आसपास के लोगों को संक्रमण से बचाना सबकी जिम्मेदारी है।