भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। केंद्र द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापिस लिए जाने के मजदूर सहयोग केंद्र ने भी अपने हौसले बुलंद कर लिए है। जिसके तहत रविवार को रुद्रपुर स्थित दुर्गा मंदिर परिसर राज्य में पहली बार मजदूरों का सम्मेलन किया जा रहा है। जिसमे कोरोना काल के बाद से मजदूरों को आ रही समस्याओं से निपटने और सरकार द्वारा मजदूरों की लगातार हो रही अवहेलना पर चर्चा की जाएगी।
एसएसके की केंद्रीय समिति द्वारा लिए गए फैसले में किसानों की जीत को ऐतिहासिक बताया गया। समिति के संयोजक मुकुल के मुताबिक जुझारू और संगठित संघर्ष कठोर से कठोर किसी को भी झुका सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मेहनतकश मजदूर आबादी विकट संकटों के दौर से गुजर रही है। उन्होंने सरकार की नीतियों को मजदूर विरोधी बताते हुए मजदूरों के हक़ के लिए संघर्ष करने की बात कही।