भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के एनएचएम कर्मी और आउटसोर्स कर्मीयों ने अपनी दो सूत्रीय मांग को लेकर मंगलवार को विरोध स्वरूप कार्य बहिष्कार किया। जिसमे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को भी ज्ञापन भेजा गया। एनएचएम कार्मिक बीते 10 से 15 वर्षों से अल्प वेतन में विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है। कार्मिकों द्वारा सरकार से मांगो को जल्द ही पूर्ण करने की अपील की गई।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संगठन के कार्मिको ने बताया कि शासन प्रशासन को कई बार अपनी मांगों से अवगत कराने के बावजूद मौखिक आश्वासन के अलावा कोई भी सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई है। संग़ठन के मुताबिक कोविड-19 महामारी में लगातार कार्य करने से कई कार्मिक कोरोना से ग्रसित हुए फिर भी कार्मिक अपनी सेवा देते रहे बावजूद इसके कार्मिको की मांगो पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। संगठन शासन स्तर से लंबित ग्रेड वेतनमान के प्रस्ताव को कैबिनेट में लाने की मांग की गई है। संगठन ने एनएचएम हरियाणा की तर्ज़ पर ग्रेड वेतनमान का लाभ उत्तराखंड के एनएचएम कर्मियों को देने के साथ आसाम राज्य की तरह 60 वर्ष तक सेवा का लाभ देने, आउटसोर्सिंग की नियुक्ति प्रक्रिया को अविलंब समाप्त कर कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों को राज्य और जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नियुक्ति प्रदान की दो सूत्रीय मांगो को शामिल किया गया है। कार्य बहिष्कार में डी एस भंडारी, चांद मिया, संजय पांडे, रवि अमीर, विष्णु, नंद लाल, ममता, गोपाल, जावेद और माया, निधि शर्मा , कल्पना, विंध्या और समस्त एनएचएम कर्मचारी मौजूद रहे।