भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। नजूल भूमि पर अध्यादेश विधानसभा सदन में रखा जायेगा। इसे लेकर विधायक राजकुमार ठुकराल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। ठुकराल ने नजूल भूमि पर मालिकाना हक दिलाने के लिए मुख्यमंत्री धामी द्वारा किये गये प्रयासों के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया।
ठुकराल ने कहा कि चार दशक से नजूल भूमि पर मालिकाना हक की मांग उठ रही थी। उनके आग्रह पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट में नजूल का प्रस्ताव लाने के आदेश दिये थे। विधायक ठुकराल ने कहा कि सीएम के निर्देश के बाद उन्होंने खुद भागदौड़ की और न्याय आवास, न्याय और गोपन विभाग से पत्रावलियों को तैयार कराकर नजूल भूमि पर मालिकाना हक का प्रस्ताव कैबिनेट के माध्यम से पारित करवाया। तत्पश्चात नजूल का अध्यादेश राज्यपाल के पास गया। जहां कुछ आपत्तियों के चलते इसे वापस कर दिया गया। सरकार इन आपत्तियों का निस्तारण करने की कोशिश में जुटी थी कि इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने 6 सितम्बर को दिये गये त्वरित सुनवाई के प्रार्थना पत्र पर निर्णय देते हुए हाईकोर्ट के पूर्व में दिये गये आदेश पर स्थगनादेश दे दिया और इसके साथ ही नजूल नीति पर मालिकाना हक का मार्ग प्रशस्त हो गया। सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद 6 दिसम्बर को इसे धामी सरकार ने कैबिनेट में भी पारित कर दिया। विधायक ठुकराल ने बताया कि यह विधेयक कल विधानसभा सदन में पारित होना था लेकिन सीडीएस विपिन रावत के आकस्मिक निधन के चलते अब यह विधेयक कल 10 दिसम्बर को विधानसभा में रखा जायेगा। वह खुद इसका प्रस्ताव सदन में रखेंगें। जिसके बाद इसी सत्र में इसे पारित होकर कानून के रूप में स्थापित होगा। विधायक ठुकराल ने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक की जनता की मांग अब जल्द पूरी होने जा रही है। यह नगरवासियों के लिए बहुत बड़ी सौगात है। इसका लाभ नजूल भूमि पर बसे हजारों परिवारों को मिलेगा। ठुकराल ने कहा कि नजूल की समस्या का समाधान होने से उनके जीवन का बहुत बड़ा संकल्प भी अब पूरा होने जा रहा है। उन्होंने इसके लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।