भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। पिछले समय से मौसम में आये बदलाव से गर्मी और नरमी की अधिकता से गेंहू की फसल में रोग फैलने की संभावना है। कृषि विभाग के अनुसार गेंहू में लगने वाली इस बीमारी को रतुआ/रस्ट/गेरुई या सामान्य भाषा मे फफूंद भी कहा जाता है।
मार्च के शुरू में ही गर्म और तेज़ हवा के कारण पत्तियों पर छोटे अंडाकार पीले अथवा भूरे फफोले बनते है जिसके फैलने से पत्तियां सूख जाती है। इस रोग में पौधों की बढ़त पूरी तरह से रुक जाती है और फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका रहती है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार किसान अपनी फसलों में किसी भी तरह के लगने वाले रोग की जानकारी ग्राम स्तरीय अधिकारी या जिला स्तरीय अधिकारियों को दे सकता है। किसान को सभी तरह के परामर्श व सुविधाएँ विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जाएँगी।
वही कृषि रक्षा अधिकारी विधि उपाध्याय ने बताया कि जिले में किसी किसान ने फसलों को लेकर कोई शिकायत नही की है। फिर भी एहतियातन कृषि विभाग ने किसानों के लिए प्रोपिकॉना जोल जैसी दवाओं से की व्यवस्था कर रखी है। साथ ही दवाओं के इस्तेमाल की विधि की जानकारी भी किसानों को कृषि विभाग द्वारा दी जायेगी। किसान अन्य जानकारी के लिए न्याय पंचायत प्रभारी, विकास खंड प्रभारी, कृषि व भूमि संरक्षण अधिकारी या जनपद में कृषि रक्षा या मुख्य कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते है।