Friday, June 20, 2025
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आपरेशन मुक्ति के तहत भिक्षावृत्ति कर रहे बच्चों को मिलेगा सुनहरा भविष्य 

भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। भिक्षावृत्ति की प्रभावी रोकथाम, जनता द्वारा बच्चों को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूक करने व भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के पुनर्वास हेतु संचालित अभियान आपरेशन मुक्ति को पुनः तेज किया गया है। जिसके लिए क्षेत्राधिकारी अमित कुमार को जिले का नोडल अधिकारी बनाया गया है। यह अभियान तीन चरणो में चलाया जाएगा। समाजिक संगठनो का भी सहयोग लिया जाएगा।

उक्त से संबंधित एक गोष्ठी का आयोजन पुलिस कार्यालय रुद्रपुर के सभागार में किया गया। जिसमें एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल तथा पुलिस विभाग की चार टीमे का गठन किया गया। प्रत्येक टीम में एक प्रभारी उपनिरीक्षक व चार कांस्टेबल व एक महिला कांस्टेबल को नियुक्त किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के साथ एकीकृत ड्राइव चलाकर बच्चों द्वारा की जा रही भिक्षावृत्ति की प्रभावी रोकथाम करना, जनता को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूक करना व भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों का पुनर्वास हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही किया जाना है।

पुलिस द्वारा चलाया जाना वाला यह अभियान तीन तीन चरणो में चलाया जाएगा। जोकि मार्च से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलेगा। जिसमें पहले चरण में 15 मार्च तक भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों व उनके परिजनों का विवरण तैयार कर सम्बन्धित विभागों से समन्वय कर बच्चों का स्कूल व डे केयर में दाखिला किये जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाएगी। वही दूसरे चरण में 16 मार्च से 31 मार्च तक समस्त स्कूल, काॅलेजों, सार्वजनिक स्थानों, महत्वपूर्ण चैराहों, सिनेमाघरों, बस व रेलवे स्टेशनों, धार्मिक स्थलों, सम्पूर्ण कुम्भ क्षेत्र सहित महत्वपूर्ण स्थानों पर बच्चों को भिक्षा न दिये जाने के सम्बन्ध में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस सम्बन्ध में सोशल मीडिया का भी उपयोग किया जाएगा। साथ ही भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के परिजनों को भिक्षावृत्ति न करने व कौशल विकास के सम्बन्ध में जागरूक किया जाएगा। तीसरे चरण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को भिक्षावृत्ति से हटाकर उनकी एवं उनके परिजनों की काॅउन्सलिंग कराई जाएगाी। साथ ही बच्चों के पुनः भिक्षावृत्ति में लिप्त पाये जाने पर उनके परिजनों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत करने की कार्यवाही तथा किसी भी प्रकार का संदेह होने पर डीएनए टेस्ट की कार्यवाही की जाएगी।

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