भोंपूराम खबरी,दिनेशपुर।जंगल से सटे तिलपुरी गांव के समीप पीपल पड़ाव रेंज में घायल बाघ सूचना से वन महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में केंद्रीय वन प्रभाग हल्द्वानी के निर्देश बाघ के रेस्क्यू के लिए टीम गठित की गयी। करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया। बाघ को इलाज के लिए रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया। बताया जा रहा है बाघ आपसी संघर्ष में घायल हुआ है।
बता दें, हरिपुरा जलाशय के जीरो पॉइंट से कुछ मीटर पहले जलाशय भीतर तिलपुरी नंबर दो गांव से सटे जंगल में वन विभाग की टीम ने गश्त के दौरान सुबह तड़के बाघ को घायल अवस्था में देखा। टीम ने जिसकी सूचना आला अधिकारियों को दी। डीएफओ तराई वन प्रभाग हल्द्वानी के निर्देश पर तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया द्वारा रेस्क्यू टीम का गठन किया गया। जब तक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचती बाघ लड़खड़ाता हुआ बीच झाड़ियों में घुस गया। बाघ को ढूंढने के लिए जेसीबी मंगवाई गयी। करीब छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाघ को ट्रेंकुलाइज कर के रेस्क्यू किया गया। बाघ को मौके पर ही ऑक्सीजन के साथ ग्लूकोज दे कर प्राथमिक उपचार किया गया। बाद में बाघ को इलाज के लिए रानीबाघ स्थित रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया। बाघ की उम्र पांच वर्ष बतायी जा रही है।
बाघ के घायल होने की वजह आपसी संघर्ष है। बाघ की उम्र पांच वर्ष के करीब है। फिलहाल बाघ को रेस्क्यू करके इलाज के लिए रानीबाग रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा रहा है। ध्रुव सिंह मर्तोलिया, एसडीओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर।