भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। शहर में इन दिनों बहुत तेजी से अवैध कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें लोगों को गुमराह करने के लिए कॉलोनाइजर उन्हें प्राधिकरण व रेरा में पास होने का दावा कर धड़ल्ले से प्लाटों की बिक्री कर रहे हैं और लाखों करोड़ों के वारे न्यारे कर रहे हैं।यही नहीं यह बेखौफ कॉलोनाइजर कृषि भूमि को कमर्शियल उपयोग में परिवर्तित किये बिना ही कॉलोनी विकसित कर प्लाटों की बिक्री करने में लगे हैं। इस गोरखधंधे से सरकार के जीरो टॉलरेंस के दावे को भी पलीता लग रहा है।
ताजा मामले में शहर के फुलसुंगा स्थित तीन-पानी डाम पर 5 एकड़ जमीन पर इसी तरह से एक अवैध कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। जहाँ कॉलोनाइजर बिना किसी भय के अवैध प्लाटिंग करने में लगा है। जानकारी के अनुसार इस जमीन को न ही 143 के तहत कृषि योग्य से व्यावसायिक में परिवर्तित कराया गया और न ही यह कॉलोनी रेरा से पास है।
दरअसल ज्यादातर लोग नहीं जानते कि बिना रेरा अप्रूवल के अवैध कॉलोनी में प्लाट लेने के बाद प्राधिकरण की तरफ से प्रत्येक प्लाट पर जुर्माना लगाया जाता है। यह जुर्माना लाखों रुपए में होता है। यानि प्लाट लेने वाला पहले तो लाखों रुपए में प्लाट खरीदता है और इन कॉलोनाइजरों के धोखे में आकर बाद में प्राधिकरण को लाखों रुपए का जुर्माना भी देता है। इस पूरी कवायद में उसका घर लेने का सपना कई दफा टूट जाता है। वहीं अवैध कॉलोनाइजर लाखों करोड़ों के वारे न्यारे कर अपना पल्ला झाड़ कर घर बैठ जाता है।
यह कॉलोनाइजर इतने शातिर होते है कि वह कॉलोनी का नाम तक नहीं रखते जिससे कि कॉलोनी पर राजस्व और प्राधिकरण कार्यवाही ना कर सके। वहीं इस पूरे मामले में एसडीएम सदर विशाल मिश्रा का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला आया है। जिसमे उक्त जमीन पर काटी गई कॉलोनी की पटवारी से जांच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। अगर खामियां पाई जाती हैं तो कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
वहीं इस कालोनी को काटने वाले व्यक्ति का कहना है कि रेरा के लिए आवेदन कर दिया है। जल्द ही प्रमाण पत्र मिल जायेगा।