भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर।देशभर में कोरोना ने कहर मचा रखा है, ऐसा कोई भी राज्य अछूता नहीं बचा है कि जहां कोरोना ने अपने पंजे ना फैला रखे हो।देशभर में कोरोना संक्रमित लोगो काआंकड़ा 2 लाख से पार कर गया है ।कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है ।इसके अलावा ऐसे कई स्थानों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं कि जहां भीड़ भाड़ होती है ।उत्तराखंड सरकार ने भी आज से राज्य में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है ।रात्रि 10:30 बजे से लेकर प्रातः 5:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। ऐसे में जब हर व्यक्ति कोरोनावायरस से सहमा नजर आ रहा है। वही दूसरी तरफ रुद्रपुर में अटरिया मेला लगाने की तैयारियां की जा रही हैं ।ऐसे में लोगों की जान से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है क्योंकि अटरिया मेला क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में परिवार निवास करते हैं ,और मेले में हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं ।जिनमें से अधिकांश लोग बाहरी राज्य के होते हैं। ऐसे में अटरिया मेला क्षेत्र में रह रहे लोगों कि जान की जिम्मेदारी शासन और प्रशासन कौन उठाएगा। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के चलते देश के कई राज्यों ने शक्ति बरतनी शुरू कर दी है। महाराष्ट्र ,दिल्ली ,मध्य प्रदेश, गुजरात ,उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड सहित तमाम राज्यों में सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके तहत अब वहां लोग उसका अनुपालन करेंगे। हरिद्वार में कुंभ का आयोजन किया गया था। लेकिन गत दिवस कोरोनावायरस एक महामंडलेश्वर का निधन हो गया ।जिसके बाद निरंजनी अखाड़े ने कुंभ मेला स्थगित करने का निर्णय ले लिया। तमाम राज्यों ने जहां भीड़ एकत्र होती है उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में स्कूल, कॉलेज ,जिम, स्पा ,स्विमिंग पूल आदि पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं ।यही नहीं यातायात में भी 50% यात्रियों को भी बैठने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा भी राज्य सरकारों ने कई कड़े आदेश जारी किए हैं ,ताकि कोरोनावायरस पर अंकुश पाया जा सके। लेकिन रुद्रपुर का जिला प्रशासन अटरिया मेला को लेकर कमर कसे हुए हैं ।गत दिवस एसडीएम और सीओ ने अटरिया मेला स्थल का निरीक्षण किया था ,और एक गाइडलाइन जारी की थी ।लेकिन सवाल यह है कि जिस प्रकार से अटरिया मेला में हजारों की संख्या में लोग आते हैं ,उन पर यह गाईड लाईन किस प्रकार से प्रभावी रहेगी, और जो हजारों लोग अटरिया मेला क्षेत्र में रहते हैं। उनके जीवन की सुरक्षा किस प्रकार हो पाएगी। इसके लिए प्रशासन को सोचना होगा ,यदि अटरिया मेला के दौरान कोरोना संक्रमण की घटनाएं सामने आती हैं तो उसके लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार होगा।
कोरोना का कहर आखिर फिर क्यों अटरिया मेला
RELATED ARTICLES