भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। गुरपुरब के अवसर पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विवादित कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद शनिवार को शहर के प्रमुख समाजसेवी अभिषेक सिंह ‘कालू’ ने एक कुंतल मिष्ठान वितरित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कानून काफी पहले वापस लिए जाने चाहिए थे।
शहर के दीनदयाल चौक, बस अड्डे और रम्पुरा क्षेत्र में मिष्ठान वितरण के दौरान सिंघल ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा किसानों के एक साल के संघर्ष की जीत है। उन्होंने कहा कि यह कृषि कानून यदि समय पर वापस ले लिए गए होते तो दिल्ली की सीमाओं पर धरनारत सात सौ से अधिक किसानों को शहादत न देनी पड़ती। उन्होंने कहा कि किसानों की यह जीत उन सभी आन्दोलनकारियों को समर्पित है जिन्होंने रात-दिन, सर्दी-गर्मी की परवाह किये बिना अपना विरोध जारी रखा। काले कानूनों के वापसी होने से अब देश का कृषक पूंजीपतियों का गुलाम होने से बच गया है। इस दौरान मनमोहन सिंह, अमरीक सिंह, करमजीत सिंह, गगन बाली, अशोक कुमार, दीपक सिंघल आदि तमाम लोग साथ रहे।