भोंपूराम,ख़बरी। जनवरी के मध्य से हुई बारिश के मौसम ने करवट ली और ठंड का प्रकोप बढ़ता चला गया। जिसने बीते 10 सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिया। साथ ही पिछले सात दिनों से बादलों के कारण सूरज की गर्मी से भी लोगों को महरूम होना पड़ रहा है, जिससे ठंड का सीधा असर पड़ने के साथ लोगों का स्वास्थ्य भी खराब हो रहा है। जिला अस्पताल में भी ठंड की चपेट में आने बीमार कई मरीज उपचार के लिए आ रहे है। आने वाले दिनों में ठंड का असर बरकरार रहने से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी।
संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और मौसम की बेरुखी को देखते हुए अब जिले के लोगों का ख्याल रखने के लिए आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) की टीम को तैयार किया गया है। यह टीम घर-घर भ्रमण करेगी। घर के सदस्यों के बारे में जानकारी ली। बच्चों से लेकर बड़ों तक की तबीयत जांचेगी और फिर आवश्यकता पढ़ने पर उनकी काउंसलिंग भी करेगी। पंतनगर के मौसम वैज्ञानिक डॉ राजकुमार सिंह ने बताया कि बढ़ती ठंड का कारण पश्चिमी विक्षोभ, पहाड़ो पर हुई बर्फबारी और लालिना है। उन्होंने बताया फिलहाल तराई में तापमान 14 डिग्री अधिकतम और 7 डिग्री न्यूनतम रहेगा। डॉ. सिंह के मुताबिक पिछले 10 वर्षों की सबसे अधिक ठंड आने वाले दिनों में भी स्थानीय लोगों को झेलनी पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि 6 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से चलने वाली हवा ठंड को बढ़ाएगी वहीं बढ़ती सर्दी के चलते कुछ फसलों को फायदा तो आलू जैसे फसलों को नुकसान पहुंचा सकता।