भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुठ्ठी पूंजीपतियों के फायदा पहुंचाने के लिए तीन काले कानून लाये गये। सात सौ किसानों की शहादत के बाद इन काले कानूनों का अंत तो हो गया लेकिन एक बार फिर इस चुनाव के बाद चोर दरवाजे से काले कानूनों लाने की तैयारी की जा रही है। आज किसानों की दशा देश में भाजपा ने क्या कर दी है। यह पूरा देश जानता है। किसान की बदहाली की कहानी खुद मोदी सरकार की रिपोर्ट कहती है। एनएसएसओ जो भारत सरकार की ही संस्था उसकी रिपोर्ट कहती है कि किसान भाई पचास प्रतिशत से अधिक कर्ज में डूबे हुए हैं। उन्होंने सितंबर, 2021 में जारी एनएसएसओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अब देश के किसानों की आय औसत 27 रुपये प्रतिदन की हो गई है। इन पर 74 हजार करोड़ रुपये कर्ज हो गया हैं। 37 फीसद किसान खेती से और बाकी मजदूरी से कमाते हैं। यानी पांच व्यक्तियों का परिवार की आय हो गई है। रोजाना किसान की आय 27 रुपये प्रतिदिन की है। 50.2 फीसद किसान कर्ज से डूबे हुए हैं। मोदी सरकार ने फसल लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा देने का वादा किया था,मगर दिया नहीं। किसान सम्मान निधि में सरकार ने छह हजार रुपये किसानों कोे दिए,मगर लागत बढ़ाकर 25 हजार रुपये कर दिए। आज किसान एमएसपी मांग रहा है उसका कारण है कि बाजार में उसे कीमत मिलती नहीं सरकार उसे कीमत देती नही। सुरजेवाला ने कहा कि स्वामीनाथन को आज सरकार ने मोदीनाथन बना दिया है। चैंकाने वाला तथ्य है कि मोदी सरकार ने देश में सात सालों में देश के किसानों की जेब से साढ़े 17लाख करोड़ लूटे है। आज डीजल पर सरकार 22 रूपये एक्साइज ड्यूटी ले रही है जबकि मनमोहन सरकार में यह मात्र 3 रूपये बीस पैसे थी। पहली बार खेती पर टैक्स लगा दिया गया। खाद की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो गयी। उन्होंने कहा कि मोदी व धामी सरकार के डीएनए किसान विरोधी है। जब से मोदी सरकार आई है, तब से ईंधन के साथ सभी चीजों की महंगाई चरम पर है। किसानों के उत्पाद की कीमत नहीं मिल रही है, जबकि लागत खर्च बढ़ गया है। केंद्र व राज्य सरकार से सभी वर्ग के लोग परेशान हैं
मोदी सरकार महंगाई पर लगाम लगाने पर हुई नाकाम:सुरजेवाला
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