गौरतलब है कि फर्जी दस्तावेजों के चुनाव लड़ने की शिकायत पर जांच के बाद त्रिनाथ विश्वास को जिला पंचायत उपाध्यक्ष की न सिर्फ कुर्सी गंवानी पड़ी, बल्कि उनकी जिला पंचायत की सदस्यता भी खत्म हो गई। इसके अलावा उनके खिलाफ पंतनगर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया। विश्वास ने पंचायतीराज मंत्री अरविन्द पांडेय जो उन्हीं के निर्वाचन क्षेत्र के हैं के खिलाफ पहले ही मोर्चा खोल दिया था।
अब उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों को किसान और जनविरोधी बताते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को सौंप दिया है।
त्रिनाथ विश्वास का भाजपा से टूटा विश्वास
रुद्रपुर। जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष त्रिनाथ विश्वास का विश्वास अब भाजपा से उठ गया है। उन्होंने भाजपा को बाय-बाय कर दिया है। दरअसल फर्जी दस्तावेज मामले में उनकी न सिर्फ कुर्सी चली गई, बल्कि उनकी सदस्यता भी खत्म हो गई। अब उनके सिर पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है। हालांकि विश्वास ने पार्टी छोड़ने की वजह केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति बताया है।
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